ख्वाब अभी अधूरा है, तू भटक कैसे गया। ख्वाब अभी अधूरा है, तू भटक कैसे गया।
अमृत महोत्सव की कहानी लिख दूंगी मैं। आन, बान, शान हौसलों की उड़ान लिख दूंगी मैं। अमृत महोत्सव की कहानी लिख दूंगी मैं। आन, बान, शान हौसलों की उड़ान लिख दूंगी मै...
जिन शहीदों की शहादत ने, हमकों ये दिन दिखलाया। जिन शहीदों की शहादत ने, हमकों ये दिन दिखलाया।
जो होते आज वो जिंदा, तो कितना ही वो पछताते, जो होते आज वो जिंदा, तो कितना ही वो पछताते,
गाकर राष्ट्र गान करें आजादी के अमृत महोत्सव का गुणगान गाकर राष्ट्र गान करें आजादी के अमृत महोत्सव का गुणगान
भारत मां के लाल स्वयं माता का आंचल बांट रहे हैं। भारत मां के लाल स्वयं माता का आंचल बांट रहे हैं।